The Journey of Million Emotions: एक दफा तो कीजिए . .

Thursday, August 31, 2017

एक दफा तो कीजिए . .




प्यार खुलके कीजिए,
        उसे हदें ना  दीजिए। 


दिल लगी  में चोट ना होगी ,
         ऐसी चाह ना कीजिए। 
छन्नी होगा शायद दिल ,
                   फिर भी बेपरवाही से कीजिए। 
                  एक दफा तो कीजिए . . 


उनको भी हमसे ही होगा,
      ऐसी शर्त ना कीजिए। 
             शामिल होते 'वो' तो और मज़ा था ,
                  फिर भी इकतरफा ही कीजिए। 
                 एक दफा तो कीजिए . . 


मुक़ाम कोई हासिल करना हो ,
ऐसे सफर ना कीजिए। 
मिल पाते 'वो' तो ओर समां था ,
            फिर भी बिना तलब के कीजिए। 
         एक दफा तो कीजिए . .


खुश होगा संसार सारा, 
         ऐसी बहस ना कीजिए। 
भला -बुरा तो लोग कहेंगे ,
           फिर भी ज़ुर्रत से कीजिए। 
                एक दफा तो कीजिए . .


प्यार खुलके कीजिए,
         उसे हदें ना दीजिए . . 









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